व्यस्तता

Dr ashwaghosh 275x153.jpg

समय नहीं है

नानी-नानी! कहो कहानी, समय नहीं है, बोली नानी। फिर मैंने पापा को परखा, बोले-समय नहीं है बरखा। भैया पर भी समय नहीं था, उसका मन भी और कहीं था। मम्मी जी भी लेटी-लेटी, बोलीं-समय नहीं है बेटी। मम्मी, पापा, नानी, भैया, दिन भर करते ता-ता-थैया। मेरी समझ नहीं आता है, इनका समय कहाँ जाता है!

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