न तुम मेरे न दिल मेरा न जान-ए-ना-तवाँ मेरी

अबस नादानियों पर आप-अपनी नाज़ करते हैं अभी देखी कहाँ हैं आप ने नादानियाँ मेरी ...


तुम मेरे दिल मेरा जान-ए-ना-तवाँ मेरी

तसव्वुर में भी सकतीं नहीं मजबूरियाँ मेरी

तुम आए चैन आया मौत आई शब-ए-व'अदा

दिल-ए-मुज़्तर था मैं था और थीं बे-ताबियाँ मेरी

अबस नादानियों पर आप-अपनी नाज़ करते हैं

अभी देखी कहाँ हैं आप ने नादानियाँ मेरी

ये मंज़िल ये हसीं मंज़िल जवानी नाम है जिस का

यहाँ से और आगे बढ़ना ये उम्र-ए-रवाँ मेरी

DISCUSSION

blog comments powered by Disqus

सबसे लोकप्रिय

poet-image

केशर की, कलि की पिचकारी

केशर की, कलि की पिचकारीः पात-पात...

poet-image

हो कहाँ अग्निधर्मा नवीन ऋषियों

कहता हूँ¸ ओ मखमल–भोगियों। श्रवण...

poet-image

रंज की जब गुफ्तगू होने लगी

रंज की जब गुफ्तगू होने लगी आप...

poet-image

अब यह चिड़िया कहाँ रहेगी

हमने खोला आलमारी को, बुला रहे हैं...

poet-image

भारत महिमा

हमारे संचय में था दान, अतिथि थे...

ad-image